हल्द्वानी: युवाओं में स्टार्टअप खोलने को लेकर अलग ही उत्साह बना हुआ है। हर तरफ नए नए आइडियाज को समेटे हुए स्टार्टअप शुरू हो रहे हैं। हल्द्वानी में भी आज से चार साल पहले एक स्टार्टअप शुरू हुआ था जिसने चाय को लेकर शहर का नजरिया ही बदल कर रख दिया। विपुल बल्यूटिया ने चायलोक शुरू किया तो किसी को अंदाजा नहीं था कि आने वाले समय में यह कितनों के लिए प्रेरणा बनने का काम करने वाला है। सबसे खास बात तो यह कि विपुल ने 10वीं व 12वीं के टॉपर होने के बावजूद इस क्षेत्र में कदम रखा था।
शुरुआत से बात करेंगे तो स्टार्टअप की बात करना आवश्यक होगा। गौरतलब है कि आत्मनिर्भर बनने के लिए युवाओं में स्टार्टअप शुरू करने का बड़ा क्रेज है। मगर कई बार लोग देखादेखी में एक ही ढर्रे पर चलकर स्टार्टअप शुरू कर देते हैं। जबकि स्टार्टअप के पीछे नया आइडिया होना भी जरूरी है। काठगोदाम निवासी विपुल बल्यूटिया के पास साल 2017 में स्टार्टअप खोलने की ऊर्जा के साथ साथ एक बेहतरीन आइडिया भी था।
विपुल बल्यूटिया ने चाय को लेकर गहन मंथन किया और नैनीताल हाइवे पर चाय लोक नाम से एक स्टार्टअप की शुरुआत की। नाम की तरह यह कैफे वाकई चाय का लोक है। यहां ग्राहकों को ब्लैक, ग्रीन टी समेत तुलसी ,अदरक और मसाला चाय पीने को मिल सकती है। इसके अलावा इस लिस्ट में आम,अनार,अंगूर, नींबू और स्टॉबेरी की आइस टी भी मौजूद है। बता दें कि साल 2017 में ये हल्द्वानी का पहला ऐसा स्टार्टअप था जहां चाय के इर्द गिर्द सारा मेन्यू बनाया गया था। मेन्यू में कई तरह की चाय को जोड़ा गया था।
अपने आप में अद्भुत इस स्टार्टअप को लोगों ने देखते ही देखते फेमस कर दिया। अब तो ये ऑफिस के लोगों से लेकर कॉलेज के छात्रों और परिवार के लिए गजब का अड्डा बन गया है। लोग यहां आराम से चाय पी सकते हैं। स्टार्टअप के विख्यात होने का सबसे बड़ा कारण और कुछ नहीं बल्कि खुद संचालक विपुल बल्यूटिया का जज्बा और बेहतरीन कार्य शैली है। केवल अपने व्यवहार ही नहीं बल्कि विपुल पढ़ाई के मामले में भी नंबर वन रहे हैं।
शायद आपको जानने में हैरानी हो कि विपुल बल्यूटिया 10वीं व 12वीं कक्षा में टॉपर रह चुके हैं। अधिकतर लोग यह कल्पना नहीं करेंगे कि 10वीं और 12वीं में 90 प्रतिशत लाने वाला व्यक्ति चाय की दुकान खोलेगा। लेकिन विपुल ने यह कर के दिखाया है। शहर के सबसे बड़े स्कूलों में से एक आर्यमान विक्रम बिरला से पढ़ते हुए विपुल ने 10वीं (91.2%) और 12वीं ( 92.8%) में टॉप करने के बाद पहाड़ जाने वालों को चाय पिलाने का काम शुरू किया।
स्कूल की पढ़ाई के बाद विपुल ने दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन किया था। इसके बाद उन्होंने मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब की लेकिन चाय के प्यार ने टॉपर को चाय बेचने वाला बना दिया। विपुल के दिल और दिमाग ने कहीं बाहर ना जाकर देवभूमि को ही अपने कर्म स्थली के रूप में विकसित करने का प्लान बना लिया। आज विपुल अपने फैसले से बिल्कुल संतुष्ट हैं। इस स्टार्टअप के बारे में विपुल ने बताया कि वो बचपन से चाय के दीवाने रहे हैं। भारत में चाय कॉफी से ज्यादा पी जाती है। इसी को देखते हुए चाय लोक नाम से स्टार्टअप शुरू किया।
बता दें कि यह कैफे चाय की चुस्की के साथ पहाड़ी बन मसाला ग्राहकों को पहाड़ की सैर कराता है। रेस्ट्रो का इन्टीरियर लुक भी पहाड़ी चाय की दुकान की याद दिलाता है। जहां केतली, साइकिल और दूध के बर्तन दिखाई देते हैं। हाल ही में विपुल चाय के अक अनोखे आइडिए को एक कदम और आगे ले गए हैं। विपुल ने चायलोक के सेवा मेन्यु में ग्राहकों के लिए चायपत्ती को जोड़ा है। यानी ग्राहक अब चायलोक की चाय घर पर भी बना सकते हैं। चायलोक के शुरू होने के बाद ही हल्द्वानी में चाय से जुड़े कई सारे स्टार्टअप शुरू हुए हैं। हो ना हो, चायलोक ने युवाओं का नजरिया बदलने का काम तो किया है।
इस बारे में विपुल ब्लुटिया ने कहते हैं कि ग्राहकों का टेस्ट हमारे लिए सब कुछ है। इसे लेकर हम हमेशा संजीदा रहते हैं। अब चायलोक का विस्तार चायपत्ती के साथ किया जा रहा है। अब लोग घरों में बैठकर चायलोक की चाय के मजे ले सकते हैं। चायलोक स्टोर से चायपत्ती खरीदी जा सकती है। इनमें तरह तरह के मसाले वाली चाय बनाने की रेसिपी शामिल हैं। वह घर बैठे भी चायलोक की चाय का आनन्द उठा सकते हैं। उन्होंने कहा कि ग्राहकों के फीडबैक पर भी हम खासा ध्यान देते हैं। आगे भी नए नए काम जारी रहेंगे।