हल्द्वानी: सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। इसी मंत्र को बीते करीब ढाई साल से रवि रोटी बैंक हल्द्वानी की टीम सार्थक करती दिख रही है। शहर में किसी को भी भूखा नहीं सोने देना, मानसिक रूप से कमजोर व असहायों की सेवा करना, आपदा प्रभावित जगहों पर राशन पहुंचाना, कोरोना काल में जरूरतमंदों तक राशन पहुंचाना आदि कामों में टीम का एक-एक सिपाही कटिबद्ध है।
रवि रोटी बैंक टीम द्वारा भूखे, गरीब, असहाय, मानसिक रूप से कमज़ोर लोगों को भोजन कराने का पुण्य कार्य तीन तरह की व्यवस्थाओ द्वारा पूरा होता है। कोई भी व्यक्ति घर में भोजन बचने, कोई भी बेंकैट हॉल कार्यक्रम में भोजन बचने की स्थिति में रोटी बैंक टीम से संपर्क कर सकता है। इस भोजन के अलावा रोटी बैंक के ऑफिस में भोजन तैयार किया जाता है।

बहरहाल कोरोनाकाल में तो अधिकतम ऑफिस में ही भोजन तैयार किया गया। इस दौरान रोज़ शाम 8 बजे शहर हल्द्वानी के मुख्य चौराहों, बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन पर रहने वाले गरीब, असहाय, मानसिक रूप से कमज़ोर लोगों की भूख शांत की जाती थी। इसके अलावा समय समय पर वस्त्र वितरण मुहिम और पवित्र तन मुहिम का आयोजन किया जाता।
इतना ही नहीं बल्कि मानसिक रूप से अस्वस्थ लोगों के दाढ़ी बाल काटकर उन्हें एक नई पहचान दी जाती। रवि रोटी बैंक टीम सदैव ही रक्तदान के लिए तत्पर रहती। जो कि अभी भी जारी है। लिहाजा कोरोना ने रवि रोटी बैंक टीम के सामने मुश्किलें तो खड़ी की लेकिन टीम के कप्तान तरुण सक्सेना की अगुवाई में टीम के कदम कभी रुके नहीं।

रवि रोटी बैंक की टीम ने बीते साल कोरोना काल में भी किसी गरीब गरीब, असहाय, मानसिक रूप से कमज़ोर व्यक्ति को भूखा व परेशाम नहीं रहने दिया। टीम हर रोज़ तक़रीबन 2000 ऐसे लोगों तक भोजन पहुंचाया गया, जो गरीब, किसान, दिहाड़ी मजदूर, ठेले वाले थे और जिनका रोज़गार कोरोना महामारी और लॉक डाउन के चलते ठप्प पड़ गया था।
शहर में फंसे छात्रों से लेकर पुलिसकर्मियों तक की सेवा टीम द्वारा की गई। बता दें कि कोरोना काल ने लोगों की आर्थिक हालत पर चोट जरूर की है। लेकिन रवि रोटी बैंक के रहते कभी कोई जरूरतमंद परेशान नहीं हुआ। कोरोना की शुरुआत से लेकर अबतक सैकड़ों परिवारों तक राशन किट, मास्क, सैनिटाइजर पहुंचाए गए। इन परिवारों को तीन महीने तक लगातार राशन दिया गया।

इस दौरान रोटी बैंक द्वारा किए कार्यों के लिए पूरी टीम को सांसद, विधायक, नेता प्रतिपक्ष, डीआईजी द्वारा सम्मानित किया गया। शहर की अनेक समाजसेवी संस्थाओं ने भी रोटी बैंक की टीम को सम्मानित किया।
बीते साल 15 अक्टूबर को रवि रोटी बैंक की टीम ने दो साल पूरे किए। इस मौके पर टीम ने एक वैन लॉंच की जिसका काम रोज दोपहर को बेस अस्पताल के बाहर खड़े होकर अस्पताल में भर्ती मरीजों के तीमारदारों व जरूरतमंदों को खाना खिलाना है।
रोटी बैंक की टीम अब भी बिना रुके रोजाना भूखे, गरीब, असहाय, मानसिक रूप से कमज़ोर लोगों को भोजन कराने के नेक काम से लेकर तमाम जन सेवा के कामों को पूरी इमानदारी के साथ कर रही है। इसमें शहर व बाहर के कई लोग उनके साथ जुड़ रहे हैं। रवि रोटी बैंक टीम के कप्तान तरुण सक्सेना का कहना है कि सारी सेवा का श्रेय उनकी टीम को जाता है। जो इतनी मेहनत से जनसेवा में लगे हुए हैं। वे आगे भी इसी तरह के कामों को जारी रखना चाहते हैं।
सरकार को control में राशन न बांट कर समस्त राशन कोटा इस तरह के संस्थान तथा गुरुद्वारे में सोप देना चाहिए ,यह लोग पूरी तत्परता से जब भूखों को भोजन उपलब्ध करवा रहे तो ,इन राशन दुकानों का क्या औचित्य है। सरकार को एक सामाजिक कार्य करने के लिए विचार करना चाहिए।
Miss u ravi da