हल्द्वानी: देवभूमि की हवाओं, वादियों, परिवेश को यूं ही तो इतना नहीं माना जाता। हां, सुंदरता के लिहाज से प्रदेश की ओर पर्यटक खिंचे चले आते हैं। लेकिन सुंदरता के अलावा भी हमारे उत्तराखंड में बहुत कुछ है। हमारे पहाड़ के खेतों में एक ऐसे सोर्स की खेती होती है जो प्रोटीन के मामले में मांसाहारी खाने को भी टक्कर दे सकता है।
हम बात कर रहे हैं भट्ट की। दरअसल, लोगों के मन में जो धारणा बन जाती है वो बस बन जाती है। उसे फिर दिमाग से निकालना मुश्किल काम होता है। एक ऐसी ही धारणा मांसाहारी खाने को लेकर भी है। दरअसल ये माना जाता है कि मांसाहारी खाना ही प्रोटीन का सबसे उत्तम सोर्स होता है।
इस बात में कुछ खराबी नहीं है। मांसाहारी खाने में प्रोटीन अधिक होता है। लेकिन शाकाहारी खाने में उतना प्रोटीन नहीं होता ये सही नहीं है। अब जो लोग नॉन वेज खाते हैं, उनके लिए सही है। मगर जो लोग शुद्ध शाकाहारी हैं, वे इसी धारणा के साथ नुकसान उठाते हैं।
होता ये है कि शाकाहारी लोग मीट से दूर रहते हैं तो डिब्बा बंद प्रोटीन से फायदा लेना चाहते हैं। मगर यहीं वे गलती कर देते हैं। ये प्रोटीन देखने और खाने में भले ही लाख गुना अच्छा लगे मगर सेहत के लिए अच्छा नहीं माना जाता। अब सवाल उठता है कि शाकाहारी लोग प्रोटीन के लिए क्या करें। इसका जवाब हम आपको ऊपर ही दे चुके हैं।
दरअसस उत्तराखंड के पहाड़ों के खेतों में भट्ट की खेती होती है। भट्ट एक ऐसा सूपर फूड है, जिसके अंदर प्रचुर प्रोटीन पाया जाता है। विशेषज्ञ तो इतना तक कह चुके हैं कि भट्ट के अंदर मीट के बराबर प्रोटीन होता है। ऐसे में कितना रोमांचक ये है कि प्रोटीन के मामले में मीट को टक्कर देने वाले इस सूपर सोर्स की खेती देवभूमि में होती है।
आपको बता दें कि भट्ट काली राजमा या फिर ब्लैक सोयाबीन के नाम से प्रसिद्ध है। इसे उत्तराखंड में बेहद पसंद किया जाता है। भट्ट को कोई एक बार खा ले तो बस उसका स्वाद जुबान पकड़ लेता है। गौरतलब है कि भट्ट स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक माना जाता है। पहाड़ी लोग बड़े शौक से भट्ट की दाल, डुबके और चटनी खाते हैं।
प्रोटीन के लिहाज से मीट को टक्कर देने वाले इस सोर्स के अंदर प्रचुर मात्रा में आयरन और प्रोटीन पाया जाता है। जिन्हें हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल की परेशानी है, उन्हें भी ये फायदा पहुंचाता है। बता दें कि एक तरफ जहां इससे मसल्स मास बढ़ता है तो वहीं आयरन रिच भट्ट खून की कमी और आयरन की कमी की परेशानी को भी दूर करता है।
भट्ट में फाइबर की मात्रा भी अधिक होने से ये पेट के लिए भी लाभकारी सिद्ध होता है। एक बार इसे खा लिया तो फिर काफी देर तक पेट भरा रहता है। यही कारण है इसे खाने के बाद काफी देर तक भूख नहीं लगती।
भट्ट का सेवन ना सिर्फ वजन घटाने में बल्कि हड्डियों को मजबूत बनाने में भी मददगार साबित होता है। बता दें कि भट्ट में विटामिन-के, मैग्नीशियम, कॉपर और रिबोफ्लेविन भी अच्छी मात्रा में मौजूद होती है। लाजमी है कि अगर आप शाकाहारी हैं और प्रोटीन को तलाश रहे हैं तो भट्ट आप ही के लिए है। उत्तराखंड के इस सूपर प्रोटीन सोर्स का आनंद लें।