हल्द्वानी: उत्तराखंड में युवा तेज़ी से नशे की चपेट में आ रहे हैं। स्थिति इतनी भयानक है कि शराब, सिगरेट का नशा अब बहुत मामूली नशा समझा जा रहा है। स्मैक, चरस, गांजा धड़ल्ले से गली, मोहल्ले में बिक रहा है और युवा इन नशीले पदार्थों का सेवन कर न सिर्फ़ अपना जीवन बर्बाद कर रहे हैं बल्कि समाज और अपने परिवार के लिए ख़तरा बन रहे हैं। पहाड़ की पूरी जवानी ही नशे में बर्बाद हो रही है। प्रशासन और सरकार इस परिस्थिति से भली भांति परिचित है और नशा उन्मूलन की कोशिश कर रही है। मगर नशा प्रदेश में इतने व्यापक स्तर पर पांव पसार चुका है कि सरकार और प्रशासन की कोशिशें नाकाफी साबित हो रही हैं।
नशीले पदार्थों की खरीद फरोख्त का पूरा व्यापार आज उत्तराखंड प्रदेश में खड़ा हो गया है। अरबों रुपयों का कारोबार चल रहा है। हज़ारों लोग इस कारोबार में संलग्न हैं। इस अवैध काम में इतना पैसा है कि इससे जुड़े लोग किसी भी हद जाने के लिए तैयार हैं। जिस डरावनी स्थिति में आज प्रदेश पहुंच गया है, इससे बाहर निकलने और निपटने के लिए जनसहयोग की अंतिम विकल्प है, रास्ता है। जब तक जनता का साथ नहीं मिलेगा, कोई सरकार, कोई पुलिस नशे के कारोबार को नहीं रोक सकेगी।
समाज में जनहित कार्य कर रहीं समाजसेवी संस्थाओं को आगे आना होगा और नशे के विरूद्ध बिगुल बजाना होगा। शहर हल्द्वानी की समाजसेवी संस्था रवि रोटी बैंक नशा उन्मूलन के लिए कार्य कर रही है। पिछले एक महीने से रवि रोटी बैंक के सदस्य निरंतर रूप से नशा उन्मूलन के लिए जनजागृति, काउंसलिंग और रिहैबिलिटेशन कार्य कर रहे हैं। रवि रोटी बैंक के सदस्यों ने नगर मजिस्ट्रेट, तहसीलदार, सी.ओ सिटी, एसपी सिटी से मुलाक़ात की और नशा मुक्त उत्तराखंड, नशा मुक्त हल्द्वानी की मांग उठाई। न सिर्फ मांग उठाई बल्कि अपनी तरफ़ से हर संभव सहायता का भरोसा भी दिया।
रवि रोटी बैंक के अध्यक्ष तरुण सक्सेना और उनकी पूरी टीम जोश, निष्ठा और तत्परता के साथ नशा मुक्त उत्तराखंड, नशा मुक्त हल्द्वानी के लिए कार्य कर रहे हैं। टीम के सदस्य स्कूलों में जाकर जनजागृति के लिए सेमिनार आयोजित करने की योजना बना रहे हैं। इसके साथ संस्था कई नशा मुक्ति केंद्रो के साथ मिलकर नशा पीड़ितों की काउंसलिंग और रिहैबिलीटेशन के लिए कार्य कर रहे हैं।
इसका सकारात्मक असर भी देखने को मिल रहा है। नैनीताल जिले में बड़े स्तर पर नशे के विरूद्ध कार्यवाही की जा रही है। एसएसपी नैनीताल द्वारा एंटी ड्रग स्कावायड का गठन किया गया है, जो रोज़ ड्रग पैडलर को अपनी गिरफ्त में लेकर सलाखों के पीछे पहुंचा रहे हैं।
आज समय की मांग है कि उत्तराखंड राज्य की सरकार, प्रशासन और जनता इस बात को स्वीकार करे कि नशा प्रदेश की बड़ी समस्या है और इससे प्रदेश का युवा बर्बाद हो रहा है। जब यह बात स्वीकार की जाएगी तभी इससे लड़ने के लिए गंभीरता से योजनाएं बनाई जाएंगी और उन्मूलन कार्य किया जाएगा।